The Art of Learning Krishna Madhubani Painting - Join Madhubani Painting course

The Art of Learning Krishna Madhubani Painting – Join Madhubani Painting course

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कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में: भगवान श्रीकृष्ण के आविर्भाव की खुशियों का त्योहार

कृष्ण जन्माष्टमी, हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की आष्टमी तिथि को मनाया जाता है, जिसके पश्चात् नंदोत्सव के रूप में द्वादशी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू समुदाय के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे पूरे धूमधाम के साथ मनाते हैं।

कृष्ण जन्म कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। उनके पिता का नाम वासुदेव और माता का नाम देवकी था। उनका जन्म हाथी कुसुम वन में एक कुटिये में हुआ था, जहां वे दुनिया को अपने दिव्य रूप में प्रकट किए थे। इस दिन को मनाने के लिए, लोग अपने घरों में माखन, दही, मिश्री, फल, नट्स, और फूलों की मुरली और जूलू को ढक कर रखते हैं, और इसे पूजा करते हैं।

कृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य आयोजन रात्रि को होता है, जब श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। इस समय, लोग श्रीकृष्ण के लीलाओं के गाने गाते हैं और उनके चरणों में लोटा बिछाते हैं। बच्चे दही हांडी तोड़ने के लिए उत्सुक होते हैं, क्योंकि श्रीकृष्ण की बचपन की यह शरारत है।

इस दिन, भगवान श्रीकृष्ण के भक्त अपने मन में उनके प्रति अपना प्यार और श्रद्धा दिखाते हैं। वे मंदिरों में जाकर भगवान की मूर्ति की पूजा करते हैं और उनके जन्म के लीलाओं का आयोजन करते हैं।

कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व यह है कि यह हमें भगवान की अत्यंत भक्ति, प्रेम और निष्कलंक भावना का संदेश देता है। इसे मनाकर हम अपने जीवन में सद्गुणों की ओर बढ़ सकते हैं और भगवान के आगमन की खुशियों का आनंद उठा सकते हैं।

इस पर्व को मनाने से हम अपने समाज में एकता और सामाजिक समरसता की भावना को बढ़ावा देते हैं और एक खुशहाल और आदर्श समाज की ओर कदम बढ़ाते हैं।

इस शुभ अवसर पर, हम सभी को भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों का पालन करने का संकल्प लेना चाहिए और उनके प्रेम और करुणा की भावना को अपने दिल में बसाने का प्रयास करना चाहिए।

कृष्ण जन्माष्टमी की आपको और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएँ!

  • Richa Thakur
    Richa Thakur
    2023-01-13
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  • Rahul Kumar
    Rahul Kumar
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  • Anjali Sachan
    Anjali Sachan
    2021-05-21
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